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10 सामान्य सम्प्रेषण जिनका उपयोग आप को करना चाहिए

10 सामान्य सम्प्रेषण जिनका उपयोग आप को करना चाहिए(10 General communication you should use)




हम दिन-प्रतिदिन कई लोगों से मेल-मिलाप होता है। अवसर हम अपने दोस्तों, रिश्तेदारों आदि से बाते करते समय कुछ बातों का ध्यान नही रखते है। जिससें अगला व्यक्ति हमारे बारे में कुछ नकारात्मक विचार उतपन्न कर देता है। जिससे हमारे भविष्य में वो हमारे लिए ठीक नही होती है। हमे इन बातों पर ध्यान देना चाहिए और इन्हें सुधारना चाहिए। 

(1) भरोशा :- हम अवसर किसी अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार के लगातार संपर्क में रहने पर वह हम पर भरोशा कर कुछ बाते ख देता है। हमे उन बातों को दुसरो को नही कहनी चाहिए। अगर हम उस का भरोशा तोड़ कर बातें दुसरों को कहते है। तो हमारा दोस्त या रिश्तेदार हमसे दूरी बनाने लग जाता है।

(2) सांस लेना :- अवसर हम सम्प्रेषण के दौरान भावनाओं में बह जाते है। हम कोध,खुशी या भय में सांस लेना बंद कर देते है। ऐसा करने से प्रभावी सम्प्रेषण नही हो पाता है। धीमी गहरी साँसें लेना सुनिश्चित करता है, की नकारात्मक भावना के स्तर को कम रखने और प्रभावी संचार करने का एक तरीका है। 

(3) वर्तमान में रहना :- अवसर हम बातचीत के दौरान जब हम किसी पर आरोप लगते है, तब हम उसे अतीत की घटनाए सामने लाते है। इससे मुद्दे और उलझ जाते है। हमे ऐसा नही करना चाहिए। 

(4) सच में सुने :- अवसर हम किसी से बातचीत करते है। तो हम जल्द ही कुछ न कहने या अपनी बारी के इंतजार में हम परेशान हो जाते है। और ये परेशानी हम अपने अंदर देखने लग जाती है। जिससे हमारा उत्साह कम होने लगता है। आपकों अपने दोस्तो मे आगे बढ़ने के लिए उनकी बातें सुननी चाहिए भले ही वो आपकों पसन्द ना हो। और उसमें से एक विचार उन्हें बताना चाहिए।

(5) देखने के अन्य बिंदु को समझने की कोशिश करें :- अवसर आप अन्य व्यक्तियों से बातचीत के दौरान हम किसी बात को पकड़ लेते है। वो अन्य व्यक्तियों का नज़रिया नही समझ पाते है, या अपनी बात को सही ढंग से व्यतीत नही कर पाते है। आपको सामने वाले की बात समझ कर उसे एक अच्छा उत्तर दो। जिससें आप और वो दोनो सहमत हो।

(6) आपका उत्तर :- आपका उत्तर संचार में सबसे शक्तिशाली उपकरणों में से एक है। सही ढंग से उपयोग किए जाने पर वे आपके कथन में किसी भी अभद्र स्वर को हटा देते हैं और आपको बिना किसी रक्षात्मक प्रतिक्रिया के अपनी बात व्यक्त करने की अनुमति देते हैं। आपके उत्तर में 3 महत्वपूर्ण घटक होते है। (1) अपनी भावना को बताते हुए, (2) भावना को एक मुद्दे से जोड़ना, और (3) यह बताना कि आप क्या करना चाहते हैं।

(7) ब्रेक लेना :- कभी-कभी लंबी बातचीत के दौरान एक ब्रेक लेना आवश्यक हो जाता है। ब्रेक से हर किसी को कुछ दृष्टिकोण प्राप्त करने का मौका मिलता है, नकारात्मक भावनाओं से दूर हट जाता है, इस बारे में सोचें कि बातचीत का वास्तविक उद्देश्य क्या है, और कैसे आगे बढ़ना इस बारे में सोचने का समय मिल जाता है। अक्सर लोग एक चीज के बारे में बात करना शुरू कर देंगे, जो नकारात्मक विचारों या भावनाओं को ट्रिगर करता है, जिससे वे कुछ और पूरी तरह से बहस करना शुरू कर देते हैं।



(8) जीत के लिए बहस करना :- अवसर लोग बहस करते समय, लोग जीतने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, या सही होने पर, जिसका अर्थ है कि वे दूसरे व्यक्ति को स्वीकार करने के लिए कह रहे हैं कि वह गलत था। आप अपने आप को यह महसूस करते हुए प्रतिक्रिया दे सकते हैं कि आपको तर्क देते समय कहा जा रहा है कि आप "गलत" हैं। जब लोग जीतने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो दूसरों को यह अनुभव होता है कि उसकी भावनाओं या दृष्टिकोण को छूट दी गई है या उसका अपमान किया गया है।

(9) उद्देश्य पर बाते करना :- अधिकतर लोग लम्बी बातचीत के दौरान अपने उद्देश्य से दूर हो जाते है। आप लोगों और अपने भूतकाल को नही बदल सकते पर आप अपने भविष्य बदल सकते है। हमेशा सम्प्रेषण का उद्देश्य भविष्य में अच्छे सम्बन्ध बनाना होता है।

(10) गलतियाँ स्वीकार करे :- अवसर हम बातचीत में गलतियाँ करते है, परन्तु हम उन्हें स्वीकार नही करते बल्कि उन्हें सही ठहराने के लिए हम और गलतियाँ कर देते है। इसके परिणाम स्वरूप कई बार हमारे करीबी भी हमसे दूर हो जाते है। अगर आप कोई गलती करते हो तो आप उसे सही ठहराने के स्थान पर उसे स्वीकार करे।



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