व्यवसाय इस समय काफ़ी बढ़ रहा है। हर व्यवसायी और एंतेरप्रेनेउर अपने काम को बढ़ा रहे है। व्यपार का चक्र कभी अच्छा(तेजी) अथवा कभी बुरा(मंदी) का होता है। तेजी में अवसर ये लोग अपने काम के प्रति उत्तेजित हो जाते है, अपने काम को उत्साह से करते है। वही मंदी के समय ये लोग निराशा से भर जाते है, अपने काम से नफरत करने लगते है, नए कामो पर ध्यान केंद्रित करते है एवं अपने काम की आलोचनाए करते है।
आपके व्यवसाय में हर समय तेजी हो ऐसा सम्भव नही है। आपके व्यवसाय में कभी तेजी तो कभी मंदी का आना स्वभाविक है। अवसर नए लोग मंदी में अपने व्यवसाय को छोड़ देते है। परन्तु वे नए व्यवसाय को करते है तथा उसमें भी सफलता हाशिल नही कर पाते है।
व्यवसाय की वर्तमान हालत
अभी वर्तमान हालत में व्यवसायों में मंदी का माहौल इस समय मैने जिन व्यवसायो को देख रहा हुँ। उन्होंमे नोटबन्दी (विमुद्रीकरण) के बाद से मंदी चल रही है। साथ ही इंटरनेट पर चलने वाले व्यवसाय जैसे Youtuber और Blogger के काम में तेजी चल रही है।
कई लोग इसका कारण GST(Good And Service Tax) को मानते है। परन्तु ऐसा नही है। क्योंकि GST में कुछ ज्यादा परिवर्तन नही हुआ है। ये पुराने VAT(Value Added Tax) सिस्टम पर आधारित है। यदि Seles Tax को जब VAT में बदला था। तब इतनी समस्या नही हुई थी। तो VAT को GST में बदलने पर इतनी समस्या क्यों है। जबकि ये समान है।
नया व्यवसाय
जब कोई व्यक्ति नया काम शुरू करता है। उस व्यवसाय को जमने में 1 से 2 साल का समय लग जाता है। ऐसी स्थिति में लोग अपने व्यवसाय को छोड़ देते है। वे समझते है, कि वे व्यवसाय को सही ढंग से नही कर रहे है। जबकि ऐसा नही होता है। व्यवसाय को जमने में समय लगता है। सेल्फ-एम्प्लॉयड को भी तो जमने में समय लगता है।
नोकरी में सबसे कम समय लगता है। जबकि सेल्फ-एम्प्लॉयड , व्यवसाय एवं अन्य कामो में अधिक समय लगता है, एवं नोकरी में प्रतिफल निश्र्चित होता है। जबकि व्यवसाय एवं सेल्फ-एम्प्लॉयड में ये अनिश्चित होता है।
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आपके व्यवसाय में हर समय तेजी हो ऐसा सम्भव नही है। आपके व्यवसाय में कभी तेजी तो कभी मंदी का आना स्वभाविक है। अवसर नए लोग मंदी में अपने व्यवसाय को छोड़ देते है। परन्तु वे नए व्यवसाय को करते है तथा उसमें भी सफलता हाशिल नही कर पाते है।
व्यवसाय की वर्तमान हालत
अभी वर्तमान हालत में व्यवसायों में मंदी का माहौल इस समय मैने जिन व्यवसायो को देख रहा हुँ। उन्होंमे नोटबन्दी (विमुद्रीकरण) के बाद से मंदी चल रही है। साथ ही इंटरनेट पर चलने वाले व्यवसाय जैसे Youtuber और Blogger के काम में तेजी चल रही है।
कई लोग इसका कारण GST(Good And Service Tax) को मानते है। परन्तु ऐसा नही है। क्योंकि GST में कुछ ज्यादा परिवर्तन नही हुआ है। ये पुराने VAT(Value Added Tax) सिस्टम पर आधारित है। यदि Seles Tax को जब VAT में बदला था। तब इतनी समस्या नही हुई थी। तो VAT को GST में बदलने पर इतनी समस्या क्यों है। जबकि ये समान है।
नया व्यवसाय
जब कोई व्यक्ति नया काम शुरू करता है। उस व्यवसाय को जमने में 1 से 2 साल का समय लग जाता है। ऐसी स्थिति में लोग अपने व्यवसाय को छोड़ देते है। वे समझते है, कि वे व्यवसाय को सही ढंग से नही कर रहे है। जबकि ऐसा नही होता है। व्यवसाय को जमने में समय लगता है। सेल्फ-एम्प्लॉयड को भी तो जमने में समय लगता है।
नोकरी में सबसे कम समय लगता है। जबकि सेल्फ-एम्प्लॉयड , व्यवसाय एवं अन्य कामो में अधिक समय लगता है, एवं नोकरी में प्रतिफल निश्र्चित होता है। जबकि व्यवसाय एवं सेल्फ-एम्प्लॉयड में ये अनिश्चित होता है।
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