सम्प्रेषण के उपयोग
जैसा की हमने पिछले Blog में पढ़ चुके सम्प्रेषण क्या है। आज हम सम्प्रेषण सम्प्रेषण के उपयोगों के बारे में पढेंगे। यदि आपको मेरा पिछला Blog पढ़ना चाहते हो नीचे दिए गए Link पर Click करे।
वैसे तो हम सम्प्रेषण का उपयोग दिन-प्रतिदिन में हर समय करते है। जिस कारण इसे बाटना एक बेहद ही जटिल काम है। परन्तु हम सम्प्रेषण को तीन भागों मे बाट सकते है।
(1) व्यवसायिक सम्प्रेषण :- जब सम्प्रेषण को व्यवसायिक प्रयोजन के लिए उपयोग किया जाता है। तब उस सम्प्रेषण को व्यवसायिक सम्प्रेषण कहते है।
(2) प्रेम सम्प्रेषण :- जब सम्प्रेषण दो प्रेमी और पति-पत्नी आपस में जो सम्प्रेषण करते है। उसे प्रेम सम्प्रेषण कहते है। ये सम्प्रेषण सामान्य सम्प्रेषण एवं व्यवसायिक सम्प्रेषण से भिन्न है।
(3) सामान्य सम्प्रेषण :- जब कोई सम्प्रेषण किसी विशेष कार्य(व्यवसायिक कार्य से भिन्न) या बिना किसी विशेष कार्य के किया जाए। उस सम्प्रेषण को सामान्य सम्प्रेषण कहेंगे।
(1) व्यवसायिक सम्प्रेषण :- जब सम्प्रेषण को व्यवसायिक प्रयोजन के लिए उपयोग किया जाता है। तब उस सम्प्रेषण को व्यवसायिक सम्प्रेषण कहते है।
(2) प्रेम सम्प्रेषण :- जब सम्प्रेषण दो प्रेमी और पति-पत्नी आपस में जो सम्प्रेषण करते है। उसे प्रेम सम्प्रेषण कहते है। ये सम्प्रेषण सामान्य सम्प्रेषण एवं व्यवसायिक सम्प्रेषण से भिन्न है।
(3) सामान्य सम्प्रेषण :- जब कोई सम्प्रेषण किसी विशेष कार्य(व्यवसायिक कार्य से भिन्न) या बिना किसी विशेष कार्य के किया जाए। उस सम्प्रेषण को सामान्य सम्प्रेषण कहेंगे।
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